केदारनाथ धाम यात्रा 2021 Kedarnath Dham Yatra 2021 केदारनाथ यात्रा 2021 Kedarnath Yatra 2021

केदारनाथ धाम यात्रा 2021 Kedarnath Dham Yatra 2021 केदारनाथ यात्रा 2021 Kedarnath Yatra 2021

केदारनाथ यात्रा 2021
Kedarnath Yatra 2021


केदारनाथ यात्रा 2021

हिन्दुओ के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक एवं चारधाम यात्रा बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री  यात्रा को प्राम्भ करने की घोषणा पंचांग गणना के अनुसार भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथी 11 मार्च 2021 दिन गुरुवार को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर कपाट खोलने का दिन व समय लग्नानुसार निश्चित किया है। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग की मौजूदगी में आचार्यगणों द्वारा पंचांग गणना से केदारनाथ के कपाट खोलने का दिन व समय निर्धारित किया गया है।
केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए देश से ही नहीं अपितु विदेशो के श्रद्धालु भी आते है। 

17 मई 2021 को केदारनाथ धाम की यात्रा प्रारंभ होगी


  • 17 मई 2021 को सुबह पांच बजे केदारनाथ धाम के कपाट को खोला जायेगा। 
  • पंचांग गणना के अनुसार भगवान केदारनाथ के कपाट 17 मई 2021 को मेष लग्न में सुबह पांच बजे खोले जाएंगे। 
  • केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए भगवान 13 मई को भैरवनाथ की धूमधाम से पूजा-अर्चना की जाएगी। 
  • बाबा केदार की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से चलकर 14 मई को फाटा पहुंचेगी यहां विश्राम के बाद 15 मई को को गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 
  • 17 मई को सुबह पांच बजे भगवान के दारनाथ मंदिर के कपाट भक्तो के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे।

बाबा केदार की डोली का कार्यक्रम

  • 14 मई 2021 को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से अपने धाम के लिए प्रस्थान करते हुए पहले पड़ाव फाटा पहुंचेगी।
  • 15 मई  2021 को बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली फाटा से रामपुर, सोनप्रयाग होते हुए भक्तों को दर्शन देकर गौरीकुंड में रात्रि विश्राम करेगी।
  • 16 मई 2021 को बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली गौरीकुंड से प्रस्थान करते हुए जंगलचट्टी, भीमबली, रामबाड़ा, लिनचोली, रुद्रा प्वाइंट होते हुए अपने धाम केदारनाथ पहुंचेगी।

ज्योतिर्लिंग केदारनाथ पर पूर्णस्वर्ण मुकुट होगा सुशोभित


  • ज्योतिर्लिंग केदारनाथ पर इस बार पूर्णस्वर्ण मुकुट पहनाया जाएगा। रावल भीमाशंकर लिंग ने बताया कि पूर्णस्वर्ण मुकुट को परंपरागत तरीके से बंगलूरू में बनाया गया है। यह मुकुट यात्राकाल में उत्सव मूर्ति के साथ केदारनाथ ज्योतिर्लिंग पर सुशोभित होगा।

भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन

  • ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में भक्तों के लिए भंडारा का आयोजन किया गया है। 
  • हंस फाउंडेशन के सहयोग से अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोड़ा, दिल्ली निवासी प्रेम रस्तोगी, अनिल गोयल, नरोत्तम गर्ग एवं श्याम सुंदर शर्मा द्वारा भक्तों के लिए दूध, फल व मिष्ठान को प्रसाद रूप में भंडारा आयोजित किया।

सर्दियों में बंद हो जाते हैं कपाट


हिमालय के चार धाम के नाम से प्रसिद्ध बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट सर्दियों के मौसम में भारी बर्फबारी और भीषण ठंड के कारण हर साल अक्टूबर-नवंबर में बंद कर दिए जाते हैं जो अगले साल दोबारा अप्रैल-मई में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाते हैं। शीतकालीन प्रवास के दौरान ओंकारेश्वर मंदिर में ही भगवान केदारनाथ की चल-विग्रह डोली की पूजा-अर्चना की जाती है। 


आप सभी की यात्रा मंगलमय हो।  जय महाकल 

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